एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटGetty Imagesजम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों पर हुए हमले के एक हफ़्ते बाद कांग्रे
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जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों पर हुए हमले के एक हफ़्ते बाद कांग्रेस ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर सरकार से हमले से जुड़े पांच सवाल पूछे.
इसके साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता पर भी सवाल उठाए.
उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद जब पूरा देश शोकाकुल था उस समय देश के प्रधानमंत्री एक प्रचार फ़िल्म के लिए शूट करवा रहे थे."
कांग्रेस ने सवाल पूछा कि इतने बड़े हमले के बाद भी प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम को टालने की ज़हमत नहीं उठाई, ना ही उन्होंने राष्ट्रीय शोक की घोषणा की.
कांग्रेस की तरफ से किए गए इस तीखे हमले के बाद बीजेपी ने भी पलटवार किया.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर पुलवामा हमले पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दिन में 18 घंटे काम करते हैं.
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Congress has politicized the Pulwama terror attack and targeting a PM who works for 18 hours in a day.
Congress should not teach us about patriotism. Kashmir would never have turned in to a controversial issue had Sardar Patel been the PM of the country: Shri @AmitShah pic.twitter.com/3mED2jZcwM
— BJP (@BJP4India) 21 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @BJP4India
शुक्रवार को एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए तीन तस्वीरें ट्वीट की और तंज कसते हुए लिखा 'फोटोशूट सरकार.'
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पुलवामा में 40 जवानों की शहादत की खबर के तीन घंटे बाद भी ‘प्राइम टाइम मिनिस्टर’ फिल्म शूटिंग करते रहे।
देश के दिल व शहीदों के घरों में दर्द का दरिया उमड़ा था और वे हँसते हुए दरिया में फोटोशूट पर थे।#PhotoShootSarkar pic.twitter.com/OMY7GezsZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) 22 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @RahulGandhi
एनडीटीवी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार के सूत्रों ने बताया है कि प्रधानमंत्री मोदी को पुलवामा हमले की जानकारी कुछ देरी से मिली.
एनडीटीवी की ख़बर के अनुसार भाजपा ने इस मामले में प्रधानमंत्री का बचाव करते हुए कहा है कि खराब मौसम और फ़ोन का नेटवर्क कमज़ोर होने के कारण प्रधानमंत्री को हमले की सूचना मिलने में 25 मिनट की देर हुई थी."
इसके अलावा इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से जवाब तलब किए जाने की ख़बर भी है.
बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री का बचाव करने की ख़बर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भी इससे जुड़ी प्रतिक्रियाएं मिलने लगीं.
कई लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी को देरी से समाचार मिलने के लिए फ़ोन नेटवर्क के काम ना करने पर कहा कि यह कैसा डिजिटल इंडिया है जहां प्रधानमंत्री के फ़ोन में नेटवर्क नहीं हैं.
पत्रकार अनीता जोशुआ ने ट्वीट किया, हमसे यह यकीन करने की उम्मीद की जा रही है कि डिजिटल इंडिया के दौर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार प्रधानमंत्री से संपर्क नहीं कर सके. और जो लोग यहां शूटिंग कर रहे थे, उनमें से किसी के स्मार्टफ़ोन तक भी यह ख़बर नहीं पहुंच पाई.
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So, we are expected to believe that in Digital India, the NSA could not reach the PM. And, none of those at the film shoot got the news on their smart phones.
— Anita Joshua (@anitajoshua) 21 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @anitajoshua
उमाशंकर सिंह ने लिखा है, ये बात बहुत गंभीर है. अपने ही देश में पीएम को भीषण आतंकी हमले की जानकारी कई घंटे तक नहीं मिलती है क्योंकि 'मौसम खराब' था! क्या पीएम उसी तरह के स्लो स्पीड वाले 4G का इस्तेमाल करते हैं जो देश की आम जनता करती है?"
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ये बात बहुत गंभीर है।
अपने ही देश में पीएम को भीषण आतंकी हमले की जानकारी कई घंटे तक नहीं मिलती है क्योंकि ‘मौसम खराब’ था!क्या पीएम उसी तरह के स्लो स्पीड वाले 4G का इस्तेमाल करते हैं जो देश की आम जनता करती है?
क्या होता अगर दुश्मन ने देश पर और बड़ा हमला बोल दिया होता?
— Umashankar Singh (@umashankarsingh) 21 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @umashankarsingh
'शी वाज़ रीगल' नाम के एक ट्विटर हैंडल ने लिखा है, जी हां, उनके मोबाइल पर नेटवर्क नहीं था. और उसी समय कुछ वाइल्डलाइफ़र्स प्रधानमंत्री के दल की तस्वीरें व्हाट्सएप ग्रुप पर डाल रहे थे."
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Yes, he didn't have mobile connectivity. And some of the wildlifers were posting pics of the PM's convoy/ security around same time in WA group as they were kept waiting outside the forest gate.
— She Was Regal (@marasim135) 21 फ़रवरी 2019
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रोफ़ल गांधी नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, हमारे पीएम सर को ख़बर तो मिल गयी थी कि आतंकवादी हमला हुआ है लेकिन उन्हें लगा कि ये ऱोज का वो 2-4 जवान मरने वाला होगा. प्राइम टाइम टाइप चीज नहीं है. इसलिये आराम से वो घडियालों को निहारते रहे और घड़ियाल उनको."
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हमारे PM सर को खबर तो मिल गयी थी कि आतंकवादी हमला हुआ है लेकिन उन्हें लगा कि ये रोज का वो 2-4 जवान मरने वाला होगा। प्राइम टाइम टाइप चीज नहीं है। इसलिये आराम से घडियालों को निहारते रहे और घड़ियाल उनको।
— Rofl Gandhi (@RoflGandhi_) 21 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @RoflGandhi_
कॉस्तुभ मिश्रा ने लिखा है कि कांग्रेस सरकार में हमले होने पर इस्तीफे मांगे जाते थे. मोदी सरकार में हमले के बाद वोट मांगे जाते हैं?"
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काँग्रेस सरकार मे हमले होने पर इस्तीफे मांगे जाते थे।
मोदी सरकार मे हमले के बाद #वोट मांगे जाते हैं? ?
— Kaustubh Mishra (@iKaustubhMishra) 21 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @iKaustubhMishra
मीडिया में प्रकाशित ख़बरों में बताया गया है कि सरकारी सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी को जब पुलवामा हमले के बारे में पता चला तो उसके बाद उन्होंने कुछ भी नहीं खाया.
ट्विटर पर लोग इस ख़बर से जोड़कर भी कई तरह के ट्वीट कर रहे हैं.
जॉय दास ने लिखा है, मोदी ने पुलवामा हमले के बाद कुछ नहीं खाया. इसीलिए सऊदी प्रिंस के साथ उन्होंने इतना बड़ा मुंह खोला है."
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Modi did not eat anything after Pulwama Attack. Which finally explains why Modi had his mouth wide open with the Saudi Prince pic.twitter.com/18uo3X3M3o
— Joy (@Joydas) 21 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @Joyda
अर्थशास्त्री रूपा सुब्रमण्य ने लिखा, सूत्रों के अनुसार पुलवामा हमले के बाद पीएम ने कुछ नहीं खाया. लेकिन उसके पहले और शाम को और फिर अगले दिन सवेरे उन्होंने खाना खाया. और फिर डिस्कवरी की शूटिंग में व्यस्त रहे. इसका क्या मतलब है."
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“PM did not eat anything after Pulwama attack, say sources”. But he ate just before and ate that evening and following morning? And continued shooting for Discovery channel? What are we supposed to make of this? ?♀️ https://t.co/A5aO2eblTf
— Rupa Subramanya (@rupasubramanya) 22 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @rupasubramanya
पुलवामा हमले के दिन पीएम का कार्यक्रम
सरकार के सूत्रों के हवाले से जो ख़बर प्रकाशित की गई है उसमें बताया है कि प्रधानमंत्री मोदी 14 फ़रवरी की सुबह 7 बजे ही देहरादून पहुंच गए थे लेकिन मौसम ख़राब होने की वजह से चार घंटे तक वे फंसे रहे.
फिर वे सुबह 11.15 मिनट पर जिम कोर्बेट पार्क पहुंचे जहां उन्होंने तीन घंटे बिताए. उसके बाद वे मोटरबोट के ज़रिए कालागढ़ से ढिकाला के जंगलों में गए.
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी को उसी दोपहर रुद्रपुर में एक रैली को संबोधित करना था लेकिन पुलवामा हमले की ख़बर मिलने के बाद उन्होंने रैली में जाना रद्द किया.
हालांकि इस रैली को मोदी ने फ़ोन से ज़रिए संबोधित किया था. दूरदर्शन न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर इसका वीडियो पोस्ट किया गया है.
इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से संपर्क किया.
सरकारी सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने इस दौरान कुछ भी नहीं खाया. वे इस बात से भी नाराज़ थे कि उन्हें हमले की ख़बर देरी से क्यों दी गई.
इमेज कॉपीरइटDD News/ YoutubeImage caption दूरदर्शन न्यूज़ ने 14 फरवरी 2019 को रुद्रपुर की रैली का 7 मिनट 22 संकेड का वीडियो यूट्यूब पर पोस्ट किया है
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