एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटHOCब्रितानी सांसदों ने यूरोपीय संघ से बिना किसी समझौते से बाहर निकलने के प्रस्ताव को 286
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ब्रितानी सांसदों ने यूरोपीय संघ से बिना किसी समझौते से बाहर निकलने के प्रस्ताव को 286 के मुक़ाबले 344 वोटों से ख़ारिज कर दिया है.
58 मतों के अंतर से ख़ारिज इस प्रस्ताव के बाद ब्रेक्सिट का मुद्दा और उलझ गया है.
ब्रितानी प्रधानमंत्री टेरीज़ा मे ने कहा है कि इस वोटिंग के बेहद 'ख़तरनाक' नतीजे होंगे और क़ानूनी बाध्यता ये होगी कि अब ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से 12 अप्रैल को अलग होना ही होगा.
इसका मतलब ये हुआ कि बिना किसी डील के यूरोपीय संघ से अलग होने से बचने के लिए ब्रिटेन के पास क़ानून बनाने के लिए अब समय नहीं बचा है.
लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने प्रधानमंत्री टेरीज़ा का इस्तीफ़ा मांगा है और तत्काल चुनाव कराये जाने की मांग की है.
ब्रितानी संसद में ब्रेक्सिट प्रस्ताव ख़ारिज होने के बाद यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनल्ड टस्क ने ट्वीट किया, “ब्रितानी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ़ कॉमन्स में बिना किसी समझौते के बाहर निकलने के प्रस्ताव के ख़ारिज होने के मद्देनज़र मैंने 10 अप्रैल को यूरोपीय काउंसिल की बैठक बुलाने का फ़ैसला किया है.”
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प्रस्ताव के ख़ारिज होने का मतलब है कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग होने की ब्रेक्सिट प्रक्रिया को और लंबा नहीं खींच सकेगा और उसे डील के साथ 22 मई को यूरोपीय संघ से अलग होना ही होगा.
अब टेरीज़ा के पास सिर्फ़ 12 अप्रैल तक का वक़्त बचा है जिससे वो बातचीत कर बिना किसी समझौते के ब्रेक्सिट प्रक्रिया पर एक और एक्सटेंशन पाएं.