एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटAFP/Getty Imagesलोक सभा चुनावों में लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री न
इमेज कॉपीरइटAFP/Getty Images
लोक सभा चुनावों में लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने चुनाव क्षेत्र वाराणसी पहुँच रहे हैं.
2019 चुनाव एक नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार काशी जाएँगे जहाँ इस बार उन्होंने अपनी चुनावी जीत का मार्जिन एक लाख से ज़्यादा बढ़ा लिया है.
जीत का बाद इस पहली यात्रा के इंतज़ाम का जायज़ा लेने के लिए उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम को ही वाराणसी पहुँच सर्किट हाउस में डेरा डाल चुके हैं.
देर शाम तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई नव निर्वाचित सांसद और प्रदेश में पिछले छह सालों से संगठन का काम देख रहे सुनील बंसल भी काशी पहुँच चुके थे.
जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री के साथ इस बार काशी का दौरा करने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आ सकते हैं.
हालाँकि तैयारियों को देख कर कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री एक छोटा सा रोड शो करते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिए जाएँगे.
मंदिर के महंत आचार्य अशोक द्विवेदी ने रविवार को कहा, “माँ गंगा और बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद है पीएम मोदी को.”
पिछले चुनावों में उन्होंने यहाँ से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 3.71 लाख मतों से हराया था जबकि इस बार महगठबंधन उम्मीदवार को 4.79 लाख मतों से हार मिली.
चुनाव में बीजेपी ध्रुवीकरण की राजनीति क्यों अपना लेती है
रविशंकर प्रसाद को इतनी तवज्जो क्यों देती है बीजेपी
हालाँकि बीते चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनाव क्षेत्र में ज़्यादा कैम्पेन नहीं किया था लेकिन पूर्वांचल के अंतिम चरण के मतदान के लिए उन्होंने आज़मगढ़, बलिया और ग़ाज़ीपुर जैसे इलाक़ों में तीन बड़ी रैलियाँ की थीं.
इमेज कॉपीरइटEPA
रविवार को नरेंद्र मोदी गुजरात में अपनी माँ से मिलने गए थे जिसके बाद उन्होंने एक रैली में कहा कि, “मैंने छठे चरण का मतदान होने के बाद ही कह दिया था कि हम 300 सीटें जीत रहे है”.
इधर वाराणसी में काशी विश्वनाथ में दर्शन करने के बाद सोमवार को नरेंद्र मोदी दीनदयाल हस्तकला संकुल ( ट्रेड सेंटर) में पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित भी करने वाले हैं.
चुनाव दोबारा जीतने के बाद से प्रधानमंत्री की वाराणसी यात्रा तय मानी जा रही थी क्योंकि 2014 में भी उन्होंने शपथग्रहण से पहले काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए थे और गंगा घाट पर आरती की थी.
उस यात्रा में भी उनके साथ अमित शाह मौजूद थे और साथ में राजनाथ सिंह जैसे वरिष्ठ नेता भी पहुँचे थे.
ज़्यादा काम किए जाने का भरोसा
वाराणसी के लोगों में इस बात को लेकर उत्साह ज़रूर दिख रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी को एक दूसरा कार्यकाल मिला है.
नदेसर इलाक़े के राम कृपाल दूबे ने बताया, “पिछली जीत के पहले दो वर्षों तक तो काशी में बहुत दिक़्क़त हुई. सड़कें खोद दी गईं, फ़्लाईओवर निर्माण के नाम पर कई घरों का अधिग्रहण किया गया, वगैरह-वगैरह. लेकिन अब जाकर ये बदलाव दिखने लगा है. हमें उम्मीद तो यही है कि प्रधानमंत्री काशी के लिए ज़्यादा काम करेंगे”.
गोदौलिया चौराहे के पास दही-लस्सी की दुकान चलाने वाले शम्भूनाथ का मानना है कि, “इस बार मोदी जी को एक लाख ज़्यादा मत मिलना इस बात का संकेत है कि बनारसी लोग चाहते हैं वे हमारे लिए ज़्यादा काम भी करें और यहाँ ज़्यादा पधारे भीं.”
इमेज कॉपीरइटReuters
दरअसल वाराणसी चुनाव क्षेत्र में विकास के नाम पर शुरुआती क़दमों का ख़ास विरोध भी हुआ था.
लोकसभा में इस बार कैसी है मुसलमानों की स्थिति
इस चुनाव में क्या लहर के ऊपर लहर थी
हालाँकि घाटों की सफ़ाई के काम को यहाँ की जनता ने ख़ासा पसंद किया थे लेकिन प्रधानमंत्री के काशी विश्वनाथ कोरिडोर परियोजना का स्थानीय विरोध होता रहा है.
वैसे प्रशासन और ख़ुद प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात का आश्वासन दिलाया है कि ये काशी के सौंदर्यीकरण के लिए ज़रूरी क़दम है जिसके लिए सभी का सहयोग ज़रूरी है.
आज जब प्रधानमंत्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुँचेंगे, तब वे इस व्यापक परियोजना का भी जायज़ा लेंगे.