एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटGetty Imagesबिहार में आम चुनाव के आख़िरी चरण का प्रचार अभियान अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा
इमेज कॉपीरइटGetty Images
बिहार में आम चुनाव के आख़िरी चरण का प्रचार अभियान अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है. इस बीच बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू ने अचानक से चुनावी अभियान में पुराने मुद्दे को उछाल दिया है.
जेडीयू ने फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग शुरू कर दी है. दूसरी तरफ़ जेडीयू अपने कैंपेन में राष्ट्रवाद के उलट विकास कार्यों पर बात कर रही है.
हाल ही में जेडीयू के प्रधान सचिव केसी त्यागी ने बिहार के मतदाताओं से अपील की है कि उनकी पार्टी के कम से कम 15 लोगों को सांसद बनाएं ताकि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग संसद में की जा सके.
बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं और बीजेपी-जेडीयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और लोक जनशक्ति पार्टी 6 सीट पर चुनाव लड़ रही है.
त्यागी न कहा, ''15वें वित्त आयोग के सामने हम फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग रखेंगे. बिहार के विकास के लिए यह मांग स्थायी संशोधन की तरह है.'' त्यागी की बातों का जेडीयू के बिहार प्रमुख वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी समर्थन किया है.
इससे पहले जेडीयू एमएलसी ग़ुलाम रसूल बलयावी ने कहा था कि 2019 में एनडीए सत्ता में आएगा तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग फिर से रखी जाएगी.
जेडीयू ने आरजेडी का साथ छोड़ एनडीए में फिर से आने का फ़ैसला किया था तब से इस मांग को लेकर वो ख़ामोश थी. चुनाव के आख़िरी चरण में जेडीयू की इस मांग को नीतीश कुमार की दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.
सैम पित्रोदा को शर्मिंदगी होनी चाहिए- राहुल गांधी
कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने पंजाब में चुनावी कैंपेन के दौरान अपने ही नेता सैम पित्रोदा की सिखों के ख़िलाफ़ 1984 में भड़के दंगे पर की गई टिप्पणी को सिरे ख़ारिज कर दिया.
राहुल ने पित्रोदा के बयान को ग़लत बताने के साथ कहा कि उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए. पित्रोदा ने 1984 के दंगों के बारे में कहा था कि 'हुआ तो हुआ.'
पंजाब के होशियारपुर में राहुल गांधी ने कहा, ''मैं पंजाब में हूं. कुछ दिन पहले सैम पित्रोदा ने 1984 के बारे में बोला था. मैंने उनसे कहा कि पित्रोदा जी, आपने जो कुछ भी कहा है वो बहुत ही ग़लत है और आपको माफ़ी मांगनी चाहिए. 1984 में जो कुछ भी हुआ वो ग़लत था और इसे लेकर लोगों के मन में जो ज़ख़्म है उसके प्रति सहानुभूति होनी चाहिए. 1984 में जो भी ग़लत हुआ उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए.''
राहुल ने कहा कि उन्होंने सैम पित्रोदा को फ़ोन कर कहा कि उन्हें अपनी टिप्पणी से शर्मिंदगी होनी चाहिए और सार्वजनिक तौर पर माफ़ी मांगनी चाहिए.
वहीं पंजाब के बठिंडा में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पित्रोदा के बयान को लेकर राहुल गांधी पर हमला बोला.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “अरे नामदार, शर्म आपको आनी चाहिए. 1984 के सिख दंगों को आज 35 साल हो रहे हैं. कांग्रेस की करतूतों की वजह से, आज तक सभी दंगा पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पाया है.”
इमेज कॉपीरइटGetty Imagesईरानी विदेश मंत्री का भारत दौरा
अमरीका और ईरान में बढ़े तनाव के बीच ईरान के विदेश मंत्री आज भारत आ रहे हैं.
दरअसल अमरीका ईरान से तेल आयात करने पर प्रतिबंधों में भारत को दी गई छूट को खत्म करने जा रहा है.
ऐसे में ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ का भारत दौरा काफी अहम माना जा रहा है.
इस दौरान वो भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं के बीच अमरीका के फैसले के असर और इससे निपटने के तरीके पर बातचीत होगी.
ज़रीफ़ के इस दौरे के तीन हफ्ते पहले अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि अमरीका ईरान से तेल खरीदने पर लगाए गए प्रतिबंधों में और छूट नहीं देगा.
ये छूट खत्म होने के बाद भारत ईरान से तेल आयात नहीं कर पाएगा. अगर वो तेल खरीदना जारी रखता है तो उसे अमरीकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है.
इमेज कॉपीरइटGetty Imagesचंदा कोचर से पूछताछ
चंदा कोचर और उनकी पति से प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को पूछताछ की.
पूछताछ के दौरान आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर ने निजी धन, विभिन्न कंपनियों में निवेश, चल और अचल संपत्तियों का विवरण, साथ ही आरबीआई, सेबी और अन्य नियामकों के समक्ष किए गए डिसक्लोज़र से जुड़े दस्तावेज़ पेश किए.
चंदा का केस दिल्ली के वकील विजय अग्रवाल लड़ रहे हैं. वो नीरव मोदी के भी वकील हैं.
अग्रवाल 2जी घोटाला मामले में कई अभियुक्तों का केस भी लड़ चुके हैं और जीते हैं.
प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा है कि एजेंसी ने कोचर के पास से 10 लाख नगद ज़ब्त किया है, लेकिन वकील अग्रवाल ने इस दावे को खारिज किया है.
इमेज कॉपीरइटGetty Imagesअमरीकी बाज़ारों में गिरावट
चीन के 60 अरब डॉलर क़ीमत के अमरीकी सामानों पर अतिरिक्त कर लगाने की घोषणा करने के बाद से ही अमरीकी बाज़ारों में गिरावट देखी गई है.
डाउ जोंस 2.4 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ है. इसी बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि वो अगले महीने जी-20 की बैठक के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ व्यापारिक तनाव पर चर्चा करेंगे.
ट्रंप ने कहा, “हम अरबों डॉलर के टैरिफ़ की बात कर रहे हैं और ये टैरिफ़ बहुत बड़ा होगा. अगर आप देखे कि अब तक हमने चीन के साथ क्या किया है तो हमने मेरे चुने जाने से पहले तक चीन से दस सैंट भी नहीं लिए थे और अब हम अरबों डॉलर ले रहे हैं. इसी शुक्रवार को इसमें भारी बढ़ोत्तरी हुई है. ये कर अब दौ सो अरब डॉलर पर पच्चीस फ़ीसदी है. हमें आज की हमारी ये स्थिति पसंद है. कुछ जवाबी कार्रवाई हो सकती है लेकिन वो इसकी तुलना में बहुत छोटी होगी.”