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चुनाव आयोग ने अमित शाह के रोड शो में हुई हिंसा को देखते हुए गुरुवार रात दस बजे के बाद पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार अभियान ख़त्म करने का फ़ैसला किया है.
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के एडीजी (सीआईडी) राजीव कुमार और प्रधान सचिव (गृह) अत्रि भट्टाचार्य को भी हटा दिया है.
राजीव कुमार को चुनाव आयोग ने नई दिल्ली में गृह मंत्रालय भेजने का फ़ैसला किया है.
19 मई को लोकसभा चुनाव के आख़िरी चरण का मतदान है और सामान्य स्थिति में इन पर चुनाव प्रचार 17 मई की शाम को ख़त्म होता लेकिन चुनाव आयोग ने एक दिन पहले ही ऐसा करने का फ़ैसला किया है.
पश्चिम बंगाल की जिन नौ सीटों पर चुनाव प्रचार बंद करने का फ़ैसला किया गया है, वो सीटें हैं- दम दम, बरासत, बसिरहट, जयनगर, मथुरापुर, जादवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिणी और उत्तरी कोलकाता.
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Posted by Election Commission of India on Wednesday, 15 May 2019
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अनुच्छेद 324 का इस्तेमाल
चुनाव आयोग ने कहा कि यह शायद पहली बार है जब इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया ने अनुच्छेद 324 का इस्तेमाल किया है.
चुनाव आयोग कोलकाता में हिंसा और ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ने को दुखद बताया और उम्मीद जताई कि प्रदेश की सरकार दोषियों को जल्द पकड़ लेगी.
मंगलवार की शाम बीजेपी प्रमुख अमित शाह का पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में रोड शो था और इसी में हिंसा हुई थी.
रोड शो के दौरान ही 19वीं सदी के समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़ दी गई थी. बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस दोनों एक दूसरे को मूर्ति तोड़ने का ज़िम्मेदार ठहरा रही हैं.
नई दिल्ली में चुनाव आयोग के मुख्यालय निर्वाचन सदन में लंबी बैठक के बाद यह फ़ैसला लिया गया है. चुनाव आयोग का कहना है कि पश्चिम बंगाल के प्रशासन से निष्पक्ष चुनाव कराने में सहयोग नहीं मिल रहा है.
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