एब्स्ट्रैक्ट:देश में डिजिटल करेंसी लाने के बाद अब केंद्रीय बैंक आरबीआई ने देश भर में कॉइन वेडिंग मशीन लाने की घोषणा की है। केंद्रीय बैंक आरबीआई ने इस कॉइन वेडिंग मशीन को 12 शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आरम्भ करने की योजना बनाई है।
देश में डिजिटल करेंसी लाने के बाद अब केंद्रीय बैंक आरबीआई ने देश भर में कॉइन वेडिंग मशीन लाने की घोषणा की है। केंद्रीय बैंक आरबीआई ने इस कॉइन वेडिंग मशीन को 12 शहरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आरम्भ करने की योजना बनाई है। बुधवार को हुई तीन दिवसीय बैठक में केंद्रीय बैंक आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने ये घोषणा की। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने नई मौद्रिक नीति का ऐलान करते हुए कहा कि इससे जनता तक सिक्कों की पहुंच आसानी होगी। कॉइन वेडिंग मशीनों के द्वारा सिक्कों का वितरण होगा। आरबीआई गवर्नर दास ने बताया कि कॉइन वेंडिंग मशीनें स्वचालित मशीनें होंगी। यह मशीनें एटीएम की तरह काम करेगी। उपभोगता अपनी सहूलियत के अनुसार इस मशीन से कितने भी रूपए का सिक्का निकाल सकेंगे।
आरबीआई गवर्नर के बयान के अनुसार कॉइन वेंडिंग मशीनें बैंक नोटों के बजाय यूपीआई का प्रयोग कर उपभोगताओं के खाते से रकम लेंगी और उनको उतनी कीमत के सिक्के वितरित करेंगी। इससे देश में सिक्कों की उपलब्धता में आसानी होगी। दास ने बताया कि उसकी योजना क्यूआर कोड पर आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन पर आधारित होगी। गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक और घोषणा में कहा कि अब भारत में विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए भी यूपीआई की सुविधा को शुरू किया जाएगा। जी-20 शुरू होने के साथ विदेशियों के लिए यूपीआई सुविधा शुरू होगी हालांकि ये सुविधा चुनिंदा एयरपोर्ट्स पर ही शुरू की जाएगी।
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