एब्स्ट्रैक्ट:अगर आप एक आरंभिक निवेशक या ट्रेडर हैं और इस बाज़ार में कदम रखने की सोच रहे हैं तो यहाँ दिए 10 बिंदु आपके लिए ही हैं। जो विदेशी मुद्रा बाज़ार में आपको सफल बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं-
विदेशी मुद्रा बाज़ार वैसे तो बेहद उत्साहवर्धक एवं विस्तृत बाज़ार है लेकिन यह ट्रेडिंग के व्यापक ज्ञान, अनुशासन एवं प्रतिबद्धता की मांग करता है। यदि आप इस बाज़ार से अधिक से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपको इन तीनों ही मापदंडो पर खरा उतरना होगा। अगर आप एक आरंभिक निवेशक या ट्रेडर हैं और इस बाज़ार में कदम रखने की सोच रहे हैं तो यहाँ दिए 10 बिंदु आपके लिए ही हैं। जो विदेशी मुद्रा बाज़ार में आपको सफल बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं-
पहला चरण है, खुद को शिक्षित करना- विदेशी मुद्रा बाज़ार काफी जटिल एवं व्यापक बाज़ार है। यहां हर रोज़ आपको बहुत कुछ सीखना एवं समझना पड़ता है। हर दिन इस बाज़ार में नई परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं। इसीलिए विदेशी मुद्रा बाज़ार में प्रवेश करने से पूर्व ज़रूरी है कि आप इस बाज़ार से संबंधित कोई भी लेख, किताब या फिर कोई वीडियो देखे लें। इससे आपको इस बाज़ार को समझने में मदद मिलेगी। साथ ही आपको इस बाज़ार की बुनियादी बातों की भी जानकरी मिल जाएगी। खुद को बाज़ार के बारे में शिक्षित करने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि आप यहां जल्दी असफल नहीं होंगे तथा आपके सफल होने के अवसरों में बढ़ोतरी होगी। आप इन लेखों, किताबों, वीडियो से बाज़ार के ट्रेंड, विश्लेषण, जोखिम प्रबंधन आदि को सीख सकते हैं।
दूसरा चरण ट्रेडिंग शैली अपनाना - यदि आप इस बाज़ार में बने रहना चाहते हैं तो ट्रेडिंग शुरू करने से पूर्व ही आपको एक ट्रेडिंग शैली अपनाने की ज़रूरत है। आपको ऐसी ट्रेडिंग शैली अपनानी चाहिए जो आपकी पर्सनेलिटी और आपके जीवन शैली से मेल खाए। इसका चुनाव आपको गंभीर रूप से अपने व्यक्तित्व का चिंतन कर के करना चाहिए। इस बारे में भी ज़रुर सोचें कि क्या आप एक डे ट्रेडर है? स्विंग ट्रेडर है? या फिर एक पोजीशन ट्रेडर। आपकी ट्रेडिंग शैली आपको विदेशी मुद्रा बाज़ार में होने वाली हानि से बचा सकता है।
तीसरा चरण सुनियोजित ट्रेडिंग योजना- शुरुआती हो या अनुभवी ट्रेडर प्रत्येक ट्रेडर या निवेशक के पास एक ट्रेडिंग योजना का होना बेहद महत्वपूर्ण है। विदेशी मुद्रा बाज़ार में ट्रेडिंग एक यह अतिआवश्यक एवं ध्यान रखने योग्य बिंदु है। एक ट्रेडर के तौर पर आपकी योजना में आपके लक्ष्य, रणनीतियाँ ,जोखिम सहने की क्षमता आदि को पूरा करने में कामयाब होनी चाहिए। इस योजना में आपके नियम कि आप कब बाज़ार में प्रवेश करेंगे और कब बाज़ार को छोड़ेंगे जैसी छोटी परन्तु अहम बिंदु भी शामिल होने चाहिए।
चौथा एवं बेहद अहम चरण -ब्रोकर का चुनाव करना। विदेशी मुद्रा बाज़ार में एक सही, वैधानिक, लाइसेंसयुक्त ब्रोकर को ढूँढना बेहद कठिन है। आप किस ब्रोकर का चुनाव करते हैं ? यह ट्रेडिंग के दौरान बड़ी भूमिका निभाता है। यहां ऐसे ब्रोकर्स मौजूद हैं जो आपके साथ ठगी करने को तौयार बैठे हैं। इसलिए हमेशा प्राधिकृत ब्रोकर्स का ही चुनाव करें। प्राधिकृत एवं लाइसेंसधारक ब्रोकर्स का चुनाव करने से विदेशी मुद्रा बाज़ार में टिके रहने के अवसर कहीं अधिक बढ़ जाते हैं। विश्व में विदेशी मुद्रा बाज़ार से संबंधित कई नामी एवं प्रतिष्ठित संस्थाएं हैं जहां से आप प्राधिकृत एवं अनाधिकृत ब्रोकर्स का चुनाव कर सकते हैं।
पांचवा चरण -डेमो खाता खोलें
उत्सुकतावश अपने बहुमूल्य पैसे को बाज़ार में लगाने की बजाए किसी वैधानिक ब्रोकर पर अपन डेमो खाता खोलें। याद रखें कि आप एक नौसिखिए हैं। अभी आप ट्रेडिंग में परांगत नहीं है। आवेश में आकर वास्तविक बाज़ार में पैसा लगाना आपके लिए घाटे का सौदा हो सकता है। इसलिए पहले अपनी ट्रेडिंग क्षमता एवं रणनीति को परखने के लिए डेमो अकाउंट का प्रयोग करें। डेमो अकाउंट पर अभ्यास करने के बाद ही अपने बहुमूल्य पैसे को असल बाज़ार में लगाएं। हर ब्रोकर नौसिखियों के लिए एक डेमो अकाउंट उपलब्ध कराता है। जिसमें कोई भी अपना खाता खोल सकता है। डेमो अकाउंट पर ट्रेडिंग करने का फायदा ये होता है कि आप बिना पैसा गवाएं अपनी ट्रेडिंग योजना एवं रणनीति के बारे में अंदाजा लगा सकते हैं एवं उसमें सुधार कर सकते हैं।
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